साउथैम्पटन11 घंटे पहले
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भारतीय टीम और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल साउथैम्पटन में खेला जा रहा है। 2 स्पिनर और 3 तेज गेंदबाज के साथ उतरी टीम इंडिया की प्लेइंग-11 सिलेक्शन पर अब सवाल उठने लगे हैं। कुछ दिग्गजों का मानना है कि कप्तान विराट कोहली को एक और तेज गेंदबाज के साथ उतरना था। यह फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर होता तो और ज्यादा बेहतर होता।
दरअसल, भारतीय टीम ने WTC फाइनल में टॉस हारकर पहली पारी में सिर्फ 217 रन बनाए। जबकि मैच का तीसरा दिन खत्म होने तक न्यूजीलैंड के 101 रन पर सिर्फ 2 खिलाड़ियों को ही पवेलियन भेज सके हैं। इस दौरान कीवी ओपनर डेवॉन कॉनवे ने फिफ्टी भी लगाई।
बुमराह ने लुटाए सबसे ज्यादा रन
न्यूजीलैंड की पारी के दौरान पेसर जसप्रीत बुमराह बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। उन्होंने सबसे ज्यादा 3 की औसत से रन लुटाए और विकेट भी नहीं मिला। ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने शानदार बॉलिंग की। ईशांत ने कॉनवे को पवेलियन भी भेजा। स्पिनर्स में अश्विन भी प्रभावी दिखे। उन्होंने 12 ओवर में 5 मेडन के साथ 20 रन दिए और एक विकेट भी झटका। अश्विन ने टॉम लाथम को पवेलियन भेजा।
रवींद्र जडेजा को सिर्फ 3 ही ओवर करने को मिले। हालांकि, उन्हें विकेट तो नहीं मिला, लेकिन उन्होंने एक मेडन के साथ 6 रन दिए। पिच क्यूरेटर की मानें तो मैच के चौथे और पांचवें दिन स्पिनर्स को मदद मिल सकती है। यदि ऐसा होता है, तो जडेजा और अश्विन घातक साबित हो सकते हैं। जबकि न्यूजीलैंड के लिए मुश्किल होगी, क्योंकि वह बिना स्पिनर के मैच खेल रही है।
क्या कहते हैं दिग्ग्ज
- WTC फाइनल में भास्कर के लिए कमेंट्री करने वाले दिग्गज कमेंटेटर पद्मश्री सुशील दोषी ने भी अपने पोडकास्ट में इस बारे में सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि क्या भारतीय टीम ने दो स्पिनर खिलाकर गलती तो नहीं कर दी। हालांकि, दोषी का मानना है कि मैच अभी बाकी है। 2 स्पिनर खिलाने का फैसला सही है या गलत, इसका मैच खत्म होने के बाद ही पता चलेगा।
- पूर्व भारतीय स्पिनर अमित मिश्रा का मानना है कि टीम इंडिया को एक फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर के साथ मैच में उतरना था। ऐसा नहीं करना विराट कोहली को भारी पड़ सकता है। हालांकि, अमित ने किसी बॉलर का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सिलेक्शन कमेटी ने इंग्लैंड दौरे पर किसी भी फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर को टीम में शामिल नहीं किया। सिर्फ शार्दूल ठाकुर हैं, जो पेस बॉलिंग के साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं।
- न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डोल भी कुछ इसी तरह की राय रखते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय तेज गेंदबाज सही से प्रैक्टिस नहीं कर सके हैं। यही बात उनके खिलाफ जा रही है। डोल ने भी बातों में इशारा किया कि कोहली को प्लेइंग-11 में 4 फास्ट बॉलर शामिल करना चाहिए था।
- डोल ने कहा कि बुमराह स्विंग करा सकते हैं, जबकि शमी स्विंग नहीं सीम गेंदबाज हैं। मेरे लिए सही मायने में ईशांत ही स्विंग बॉलर हैं। मुझे उम्मीद थी कि गेंद ज्यादा स्विंग होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बुमराह और शमी ने बीच-बीच में सीम बॉलिंग की, लेकिन वे लगातार इसे बरकरार नहीं रख सके। तीनों तेज गेंदबाजों को प्रैक्टिस की कमी खल सकती है। WTC फाइनल में टीम को इसका नुकसान हो सकता है।
कौन होता प्लेइंग-11 में चौथा तेज गेंदबाज?
यदि टीम इंडिया में चौथा तेज गेंदबाज खिलाने की रणनीति बनती तो शार्दूल का नाम सबसे आगे होता। शार्दूल की खासियत है कि वे विपक्षी टीम के बल्लेबाजों की बड़ी पार्टनरशिप को तोड़ सकते हैं। यह उन्होंने पिछले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड सीरीज में भी करके दिखाया है। IPL में भी उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए जरूरी मौके पर विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई है। बल्लेबाजी में भी शार्दूल ने अब तक 2 टेस्ट में एक फिफ्टी के साथ 73 रन बनाए। इसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एतिहासिक गाबा टेस्ट में 67 रन की पारी खेलकर टीम इंडिया को जिताया था।
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