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WTC फाइनल पर बारिश का साया: चौथे दिन 60% आसार, पिछली बार रिजर्व-डे पर न्यूजीलैंड से हारे थे वर्षा-बाधित मैच

लंदन11 मिनट पहले

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वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में बारिश का साया मंडरा रहा है। यह मुकाबला लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान पर खेला जाएगा। मौसम वेबसाइट एक्यूवेदर ने 7 से 11 जून तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने जा रहे इस महामुकाबले के चौथे दिन यानी कि 10 जून को लंदन में भारी बारिश की आशंका जताई है। वेबसाइट के अनुसार, शनिवार को फाइनल वेन्यू पर 60 फीसदी बारिश के आसार हैं, हालांकि 12 जून फाइनल का रिजर्व डे है, यानी कि बारिश होने की स्थिति में एक दिन का खेल 12 जून को हो सकता है।

यह खबर क्रिकेट फैंस के लिए चिंताजनक है, क्योंकि दो साल पहले भारत ने इस चैंपियनशिप का वर्षा-बाधित फाइनल गंवाया था। तब न्यूजीलैंड ने विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को 8 विकेट से हराते हुए पहला WTC चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया था। तब रिजर्व डे सहित 6 दिनों में 4 दिन ही खेल हो सका था, 2 दिन बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। मैच में करीब 190 ओवर ही फेंके गए, यानी ओवर के लिहाज सवा दो दिन का खेल ही हो सका था।

ऐसे में हम इस स्टोरी में जानेंगे कि चौथे दिन की बारिश मैच को कितना प्रभावित कर सकती है, फाइनल वेन्यू पर वर्षा से निपटने की क्या व्यवस्था है, साथ ही समझेंगे वहां का ड्रेनेज सिस्टम…

पहले ग्राफिक्स में देखिए लंदन में अगले हफ्ते का पूर्वानुमान

अब कुछ पॉइंट्स में समझिए फाइनल मुकाबले को कितना प्रभावित कर सकती है बारिश

  • ड्रॉ की स्थिति में क्या होगा वर्तमान के पूर्वानुमान के आधार पर आंकलन करें तो फाइनल मुकाबले के शुरुआती तीन दिन बारिश के आसार न के बराबर हैं। ऐसे में तीन दिनों में दोनों ही टीमें एक-एक पारी खेल सकती हैं। चौथे दिन बारिश होने की स्थिति में मैच का रिजल्ट रिजर्व डे पर आ जाएगा। अगर रिजर्व डे तक भी नतीजा नहीं निकला तो दोनों टीमों को जॉइंट विनर घोषित किया जाएगा। ICC रूल्स के अनुसार, चैंपियनशिप या टूर्नामेंट फाइनल में बारिश होने पर दोनों टीमों को जॉइंट विनर माना जाता है।
  • बारिश पलट सकती हैं परिस्थितियां चौथे दिन की बारिश फाइनल मुकाबले की परिस्थितियों को पलट सकती हैं, पिछले फाइनल के पहले और चौथे दिन का खेल बारिश के कारण नहीं हो सकता था। तब साउथैम्प्टन में चौथे दिन की बारिश ने भारत को मैच से दूर कर दिया था। इंटरनेशनल पिच क्यूरेटर समंदर सिंह बताते हैं कि ओवल में बारिश होने की स्थिति में पिच पर पेसर्स को मदद मिलेगी।

अब समझिए बारिश से निपटने के लिए केनिंगटन ओवल का मैकेनिज्म…

वहां सेंड बेस ड्रेनिज सिस्टम है, इससे सतह में पानी कम ठहरता है
इंग्लैंड में बारिश बहुत आम है। ओवल मैदान पर सेंड बेस ड्रेनिज सिस्टम है। इससे पानी सतह पर कम रुकता है और फिल्टर होकर नीचे चला जाता है।

  • बारिश में पिच को ढंकने के लिए होवर रोवर्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसे सिर्फ दो शख्स आसानी से खींच सकते हैं और तेजी से पिच तक पहुंचा सकते हैं। इससे ढंकने के बाद पिच बारिश से सेफ हो जाती है।
  • पूरे इंग्लैंड में इनका इस्तेमाल किया जाता है। ट्रैंट ब्रिज स्टेडियम में भी ऐसे ही ड्रेनेज सिस्टम और रोवर्स का इस्तेमाल किया जाता है। रोवर्स का उपयोग पिच को मैच के पहले भी ढंकने के लिए किया जाता है, क्योंकि यहां मौसम ठंडा होता है।

अब ग्राफिक्स में देखिए किस मैदान पर बारिश से निपटने की क्या व्यवस्था…

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