गुरुग्राम2 दिन पहले
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रूप कुमार बंसल।
हरियाणा के गुरुग्राम से इन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट (ED) ने शुक्रवार को M3M के प्रमोटर रूप कुमार बंसल को गिरफ्तार कर लिया। उन पर निवेशकों और फ्लैट खरीदारों से धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप हैं। गिरफ्तारी के बाद ED रूप कुमार बंसल को अपने साथ पंचकूला ले गई। पूरे मामले में उससे पूछताछ की जाएगी।
बता दें कि इससे पहले ED ने IREO और M3M मामले में दिल्ली और गुरुग्राम में 7 जगहों पर छापेमारी की थी। ये छापेमारी निवेशकों और फ्लैट खरीदारों के निवेश किये गये पैसों की धोखाधड़ी मामले में की गयी थी। इसमें एजेंसी ने 17 मंहगी गाडियां जिसमें लंबर गिनी, लैंड रोवर, रोल्स रॉयल, बैंटले, मर्सिडीज बैंच शामिल है, जब्त की। इसके अलावा 5.75 करोड़ की ज्वेलरी और 15 लाख नकद भी जब्त किये गये।
400 करोड़ का किया खेल
ED ने IREO और M3M ग्रुप के खिलाफ गुरुग्राम में दर्ज मामलों के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करके जांच शुरू की। जांच में एजेंसी को पता चला कि M3M ग्रुप ने गुरुग्राम में 4 करोड़ की जमीन के 5 फर्जी कंपनियां (Shell Companies) को डेवलपमेंट के अधिकार 10 करोड़ में बेच दिये। लेकिन हैरानी की बात है कि इन 5 कंपनियों ने 4 करोड़ की जमीन के डेवलपमेंट अधिकार IREO ग्रुप को 400 करोड़ में बेच दिये यानी 400 गुना अधिक दामों पर।
बताया गया है कि IREO ग्रुप से 400 करोड मिलने के बाद इन पांचों कंपनियों ने ये पैसे M3M ग्रुप के पास दूसरी फर्जी कंपनियों के जरिए ट्रांसफर कर दिये। यानी सिर्फ ये दिखाने के लिये की इन कंपनियों का M3M से कोई कनेक्शन नहीं है। जबकि M3M ने भी ये दावा किया था कि इन पांचों कंपनियों के साथ भी उसका कोई संबंध नहीं है।
ये कंपनियां बंसल परिवार की
जांच में पता चला कि इन पांचों फर्जी कंपनियों को M3M के डायरेक्टर बसंत बंसल और रूप कुमार बंसल ही संभालते है। IREO ग्रुप ने भी इस 400 करोड़ को अपने खातों में डेवलपमेंट के नाम पर खर्च दिखाया। जांच में ये भी पता चला कि M3M ग्रुप ने इस 400 करोड़ को दूसरी जगह निवेश करने, अपने खातों को ठीक करने और बकाया चुकाने में इस्तेमाल किया।
IREO ग्रुप के ललित जेल में
वहीं दूसरी तरफ 400 करोड़ में 4 करोड़ की जमीन खरीदने वाले IREO ग्रुप ने किसी तरह की डेवलपमेंट नहीं की और ना ही कोशिश की। इस मामले में ED ने IREO ग्रुप के डायरेक्टर ललित गोयल को नवंबर 2021 में गिरफ्तार भी किया था, जो फिलहाल जेल में बंद है।
जज सुधीर परमार का साथ
इस मामले को लेकर बीजेपी नेता सुंधाशु मित्तल, ललित गोयल की पत्नी के साथ ED मामलों के जज सुधीर परमार से मिले थे और राहत देने की बात की थी। सुधांशु मित्तल, ललित गोयल के रिश्तेदार हैं। जब एजेंसी को इस बात का पता चला कि आरोपी कहीं ना कही जज को भी अपने पक्ष में लेने की कोशिश कर रहे हैं तो उसके बाद जांच की और छापेमारी की।
17 अप्रैल 2023 को हरियाणा एंटी करप्शन ब्रांच ने जज सुधीर परमार और M3M के डायरेक्टर रूप कुमार बंसल और दूसरे आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दर्ज मामले में लिखा है कि M3M के डायरेक्टर ने भी जज सुधीर परमार को फायदा पहुंचा कर ED में चल रहे मामलों में फायदा लेने की कोशिश की थी, जिसके बदले 5 से 7 करोड़ देने की बात तय थी।
IREO ग्रुप की तरफ से भी 5 करोड़ देने की बात इस FIR में लिखी गयी है। ये पैसे सुधीर परमार के भतीजे अजय परमार के जरिए लिये जाते थे जिसे M3M में जज सुधीर परमार के कहने पर ही लीगल एडवाइजर के तौर पर रखा गया था।
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