मुंबई8 मिनट पहले
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मान लीजिए किसी NBFC ने आपके साथ गलत किया। किसी पेमेंट सेवा देने वाली कंपनी ने आपके साथ गलती की। इसके साथ ही आपका बैंक में अकाउंट भी है। इन तीनों के साथ अगर आपको कोई दिक्कत है तो आपको तीनों के रेगुलेटर के पास जाना होता है। लेकिन अब ऐसा नहीं है। सभी फाइनेंशियल सेक्टर की शिकायतें एक ही लोकपाल (ओंबुड्समैन) सुन सकेगा।
सभी शिकायतें एक जगह सुनी जाएंगी
दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस तरह की व्यवस्था की है कि आपकी सभी शिकायतें एक ही जगह पर सुनी जाए। आप एक ही लोकपाल के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। डॉक्यूमेंट्स को जमा कर सकते हैं। अपने स्टेटस को ट्रैक कर सकते हैं और फीडबैक भी ले सकते हैँ। शु्क्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RBI की इंटीग्रेटेड ओंबुड्समैन स्कीम को लॉन्च किया।
शिकायतों के सुधार में तेजी लाने का उद्देश्य
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की इस इंटीग्रेटेड ओंबुड्समैन स्कीम का उद्देश्य शिकायतों के निराकरण में सुधार लाना है। इसके जरिए ग्राहकों की शिकायतों को जल्दी से सुलझाना है। इसके तहत आप बैंक, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और पेमेंट सेवाओं के संबंध में शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। रिजर्व बैंक ने इसके लिए सेंट्रलाइज्ड रिसिप्ट एंड प्रोसेसिंग सेंटर (CRPC) की स्थापना की है। यह वन नेशन वन ज्यूरिस्डिक्शन के नजरिए से काम करेगा। यानी सभी शिकायतें सेंट्रलाइज्ड प्रोसेस होंगी।
लोकपाल एक ऐसी संस्था है, जहां आप फाइनेंशियल संस्थाओं की शिकायतों से संतुष्ट नहीं हैं तो वहां आप शिकायत कर सकते हैं। यह शिकायत 30 दिनों के अंदर करनी होती है।
कैसे यह लोकपाल काम करेगा
यह थीम वन नेशन वन ओंबुड्समैन पर आधारित है। इसके लिए एक ही पोर्टल होगा। एक ही ईमेल ID होगी। एक ही पता होगा जहां ग्राहक अपनी शिकायत दर्ज करा सकेगा। ग्राहकों को शिकायत देने के लिए रेफरेंस का एक पॉइंट होगा। यहीं पर उसे संबंधित कागजात जमा करना होगा। यहीं से वह शिकायतों को ट्रैक कर सकेगा और फीडबैक ले सकेगा। टोल फ्री नंबर कई भाषाओं में होगा, ताकि ग्राहक अपनी भाषा में शिकायतों को दर्ज करा सके और समझ सके। यह नंबर शिकायत दर्ज कराने में मदद भी देगा।
अभी तक शिकायतें कैसे निपटाई जाती हैं
अभी तक बैंकिंग ओंबुड्समैन काम करता है। बैंकिंग ओंबुड्समैन को 1995 में लॉन्च किया गया था। तब से इसमें पांच बार सुधार किया गया। 2018 में एनबीएफसी के लिए ओंबुड्समैन लॉन्च किया गया। डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए 2019 में ओंबुड्समैन स्कीम लॉन्च की गई। अभी की जो इंटीग्रेटेड स्कीम है, वह रिजर्व बैंक द्वारा स्थापित ओंबुड्समैन कमिटी की सिफारिश पर तैयार की गई है।
ग्रुप में 10 सदस्य होंगे
एक इंटर्नल वर्किंग ग्रुप होगा जिसमें 10 सदस्य होंगे। इसमें 8 ओंबु्ड्समैन होंगे। एक-एक ऑफिसर लीगल डिपार्टमेंट से और कंज्यूमर एजुकेशन से होगा। शिकायतों को 30 दिनों के अंदर सुलझाया जाएगा।
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