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41 लाख में बिकेगा Apple का जूता: 1990 के दशक में अपने कर्मचारियों के लिए तैयार किया था, आम लोगों के लिए अब भी उप्लब्ध नहीं

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नई दिल्ली2 दिन पहले

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दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों में से एक एपल के करीब 30 साल पुराने जूतों को नीलामी के लिए लिस्ट किया गया है। ई-कॉमर्स वेबसाइट Sotheby पर जूतों की एक जोड़ी की बेस प्राइस 50 हजार डॉलर यानी करीब 41 लाख रुपए रखी गई है।

कंपनी ने 1990 के दशक में इन जूतों को कंपनी ने खास तौर से नेशनल सेल्स कॉन्फ्रेंस के लिए डिजाइन करवाया था और ये कर्मचारियों को स्पेशल गिफ्ट के तौर पर दिए गए थे। इन जूतो को बनाने के लिए एपल ने ओमेगा स्पोर्ट्स के साथ पार्टनरशिप की थी। यही वजह है कि ऐपल के जूतों की कीमत इतनी ज्यादा लगाई गई है।

1990 के दशक में एपल ने ओमेगा के साथ तैयार किए थे स्पेशल जूते।

1990 के दशक में एपल ने ओमेगा के साथ तैयार किए थे स्पेशल जूते।

ऑनलाइन बोली लगा सकते हैं बायर्स
बायर्स चाहें तो इन स्नीकर (Sneakers) शूज के लिए ऑनलाइन बोली लगा सकते हैं। दुर्लभ होने के चलते इन्हें बहुत कम कलेक्टर्स अपने ऐपल कलेक्शन का हिस्सा बना पाएंगे। इसके पहले कंपनी ने इस जूते को कभी आम लोगों के लिए मार्केट में अवेलेबल नहीं कराया था। स्नीकर्स को अमेरिका के कोलोराडो से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खरीदा और इसकी डिलीवरी की जा सकती है।

एपल के इन स्पेशल जूतों में क्या खास
Sotheby के मुताबिक, जूतों के ऊपर के हिस्से में सफेद रंग की पट्टी और फ्रंट और बैक दोनों तरफ Apple का ‘आईकॉनिक रेनबो लोगो’ इसको स्पेशल और अलग बनाता है। स्नीकर्स की यह स्पेशल जोड़ी रीसेल मार्केट की सबसे अट्रैक्टिव और डिमांडिंग चीजों में से एक बन गई है।

57 लाख रुपए में बेचा था 4GB एपल आई फोन
एपल इस तरह के बिग डील ऑक्शन के लिए जाना जाता है। हाल ही में उसने 4GB एपल आई फोन को 1.90 लाख डॉलर यानी लगभग 57 लाख रुपए में नीलाम किया था। एपल का यह फोन कभी भी ओपन नहीं किया गया था और इस स्पेशल एडिशन के लिए लोग बड़ी रकम चुकाने के लिए तैयार थे।

एपल के DNA में है ‘थिंक डिफरेंट’

  • एपल कभी बाजार के मौजूदा प्रोडक्ट से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं करती, बल्कि खुद का अलग प्रोडक्ट लाने में यकीन रखती है। फिर चाहे एमपी3 प्लेयर हो, टैबलेट हो, स्मार्टफोन हो, ईयरपॉड हो, वॉच हो या कंप्यूटर।
  • दूसरी कंपनियों की तरह यहां फैसला लेने के लिए अलग-अलग कमेटियां नहीं हैं। एपल में एक केंद्रीय कार्यकारी समिति काम करती है, जो प्रोडक्ट के डिजाइन और उसे तैयार करने में लगातार साथ-साथ काम करती है। यही कमेटी अंतिम निर्णय लेती है।
  • हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशंस एपल का खुद का होता है।
  • एपल में सबसे खास है- डिजाइन। एपल के पूर्व कार्यकारी टोनी फेडेल बताते हैं कि अक्सर पूछा जाता है कि एपल के डिजाइन को कैसे टक्कर दें। तो वे कहते थे कि एपल को कॉपी करना बंद करें और खुद की डिजाइन पर फोकस करें। जॉब्स ने एपल के DNA में डिजाइन को ऐसे पिरोया है कि हर प्रोडक्ट में यह साफ दिखता है।

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