नई दिल्ली2 दिन पहले
- कॉपी लिंक
रूस की दिग्गज ऑयल कंपनी रोसनेफ्ट ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के एक पूर्व डायरेक्टर जीके सतीश को अपने बोर्ड में नियुक्त किया है। यह इस बात का संकेत माना जा रहा है कि रूस भारत के साथ अपने बिजनेस रिलेशंस को बढ़ावा देने पर विचार कर रहा है।
रोसनेफ्ट के बोर्ड में नियुक्त होने वाले पहले भारतीय
एनर्जी कंपनी रोसनेफ्ट द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, जीके सतीश रोसनेफ्ट के 11-स्ट्रांग बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के लिए चुने गए तीन नए लोगों में से एक हैं। वे रोसनेफ्ट के बोर्ड में नियुक्त होने वाले पहले भारतीय भी हैं। 62 साल के जीके सतीश IOC में बिजनेस डेवलपमेंट के डायरेक्टर थे। उन्होंने IOC से 2021 में रिटायरमेंट ले लिया था।
रोसनेफ्ट के बोर्ड में कतर और फिलीपींस के प्रतिनिधि भी शामिल
रोसनेफ्ट के बोर्ड में कतर और फिलीपींस के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। रोसनेफ्ट ने कहा, ‘मोहम्मद बिन सालेह अल-सदा (दोहल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के ट्रस्टीज बोर्ड के चेयरमैन) को रोसनेफ्ट ऑयल कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का चेयरमैन चुना गया है।’
रोसनेफ्ट की रूस में ऑय एंड गैस फील्ड्स में जीके सतीश की पूर्व कंपनी IOC के साथ साझेदारी है। यह IOC और अन्य भारतीय कंपनियों को क्रूड ऑयल भी बेचती है और हाल के महीनों में इसने गुजरात रिफाइनर्स को नेफ्था भेजना शुरू किया है। जीके सतीश की नियुक्ति महत्वपूर्ण है, क्योंकि रोसनेफ्ट अब लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) की बिक्री सहित भारतीय कंपनियों के साथ ज्यादा से ज्यादा डील पर नजर रख रही है।
पेट्रोलियम प्रोडक्ट मार्केटिंग में एक्सपर्ट हैं सतीश
सतीश को इंडियन ऑयल एंड गैस मार्केट की गहरी जानकारी है। इसके अलावा वे पेट्रोकेमिकल्स, लिक्विफाइड नेचुरल गैस, इंटरनेशनल ट्रेड और पेट्रोलियम प्रोडक्ट मार्केटिंग में एक्सपर्ट हैं। सतीश रोसनेफ्ट बोर्ड के पांच इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स में से एक हैं।
इंडियन ऑयल, अडाणी गैस प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन भी थे
1 सितंबर 2016 से IOC बोर्ड में अपने कार्यकाल के दौरान सतीश इंडियन ऑयल अडाणी गैस प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन भी थे। CNG और पाइप्ड कुकिंग गैस की रिटेल सेल के लिए IOC ने अडाणी ग्रुप के साथ जॉइंट वेंचर किया था। इस वेंचर ने अडाणी ग्रुप को सिटी गैस के सेक्टर में आगे बढ़ने में मदद की और यह अब सबसे बड़ा ऑपरेटर है।
ValPro में 2022 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में शामिल हुए थे
रोसनेफ्ट ने कहा कि उसके शेयरहोल्डर्स ने 30 जून को एनुअल जनरल मीटिंग में 11 मेंबर्स वाला एक नया बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स चुना था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विश्वासपात्र इगोर आई सेचिन रोसनेफ्ट के CEO और मैनेजमेंट बोर्ड के चेरमैन बने रहेंगे। कंपनी ने बताया कि नियुक्त किए गए अन्य सदस्यों में वैल्यू प्रॉलिफिक कंसल्टिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (ValPro) के मैनेजिंग डायरेक्टर गोविंद कोटिस सतीश भी शामिल हैं।
ValPro में सतीश 2022 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में शामिल हुए थे। यह कंपनी विलय, अधिग्रहण और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग पर सलाह देती है। IOC के पूर्व चेरमैन एमए पठान इसके सलाहकार बोर्ड में हैं और इसके टॉप मैनेजमेंट में IOC के पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं।
भारतीय कंपनियों को हर साल 100 मिलियन टन क्रूड ऑयल बेचता है रूस
रूस भारतीय कंपनियों को प्रति दिन लगभग 2 मिलियन बैरल या सालाना आधार पर 100 मिलियन टन क्रूड ऑयल बेचता है। रोसनेफ्ट के पास IOC को हर साल 6 मिलियन टन क्रूड ऑयल बेचने की एक टर्म डील है। इसके अलावा रोसनेफ्ट भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) सहित अन्य राज्य के स्वामित्व वाली रिफाइनर कंपनियों के साथ इसी तरह की डील करना चाहती है।
रोसनेफ्ट नायरा एनर्जी का मेजॉरिटी ओनर भी है, जो गुजरात के वाडिनार में 20 मिलियन टन प्रति वर्ष की रिफाइनरी ऑपरेट करती है और देश में 6,300 से ज्यादा पेट्रोल पंपों की मालिक है। IOC ने भारत पेट्रोरिसोर्सेज लिमिटेड (BPCL की एक यूनिट) और ऑयल इंडिया लिमिटेड के साथ मिलकर 2016 में रोसनेफ्ट के वेंकोर ऑयलफील्ड में 2.02 बिलियन अमेरिकी डॉलर में 23.9% हिस्सेदारी खरीदी थी।
कंसोर्टियम ने पूर्वी साइबेरिया में एक अलग तास-यूर्याख ऑयल फील्ड में 1.12 बिलियन अमेरिकी डॉलर में 29.9% हिस्सेदारी भी ली थी। IOC भारत में रूसी ऑयल का सबसे बड़ा इंपोर्टर है और रोसनेफ्ट के साथ लॉन्ग-टर्म डिलीवरी डील करने वाली एकमात्र कंपनी भी है।
Stay connected with us on social media platform for instant update click here to join our Twitter, & Facebook
We are now on Telegram. Click here to join our channel (@TechiUpdate) and stay updated with the latest Technology headlines.
For all the latest Business News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.