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लंदन6 घंटे पहले
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यूरो कप के 16वें संस्करण का आज से आगाज होने जा रहा है। इस बार मेन टूर्नामेंट यानी फाइनल्स में 24 टीमें आमने-सामने होंगी। सभी टीमों को 4-4 के 6 ग्रुप में बांटा गया है। 11 जुलाई को फाइनल खेला जाएगा। इस बार फीफा वर्ल्ड कप 2018 की चैंपियन फ्रांस, स्पेन, इटली और जर्मनी टीम डिफेंडिंग चैंपियन पुर्तगाल को कड़ी टक्कर दे सकती हैं।
वहीं, स्टार खिलाड़ियों से भरपूर बेल्जियम और इंग्लैंड की टीम को अंडर डॉग माना जा रहा है। पुर्तगाल की टीम को कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो से काफी उम्मीद होगी। हम आपको टॉप-6 टीमों के बारे में बता रहे हैं, जो इस साल यूरो कप ट्रॉफी जीत सकती हैं…
1. इटली : ग्रुप-A
ग्रुप मैच
12 जून : तुर्की vs इटली
17 जून : इटली vs स्विट्जरलैंड
20 जून : इटली vs वेल्स
इटली ने पिछली बार 1968 में यूरो कप जीता था। तब से लेकर अब तक इस टीम को अपनी दूसरी ट्रॉफी का इंतजार है। इस बार इटली का इंतजार खत्म हो सकता है। 2016 यूरो कप में टीम क्वार्टर फाइनल में जर्मनी के खिलाफ हार गई थी। हालांकि यह मैच काफी करीबी रहा था। 1-1 से मैच ड्रॉ रहने के बाद जर्मनी ने पेनल्टी शूटआउट में 6-5 से हराया था। इटली 2000 और 2012 सीजन की रनर-अप रह चुकी है।
टीम शानदार फॉर्म में है और यूरो क्वालिफाइंग के 10 में से 10 मैच जीती थी। इटली ने अपने क्वालिफाइंग कैंपेन को आर्मेनिया के खिलाफ 9-1 से जीत दर्ज कर खत्म किया था। यह इटली की रिकॉर्ड लगातार 11वीं जीत थी। इसके साथ ही टीम ने एक कैलेंडर ईयर में 10 या इससे ज्यादा जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड भी बनाया। अगर आर्मेनिया के खिलाफ टीम एक और गोल दागती, तो सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी बन जाता। इटली ने 1948 में यूनाइटेड स्टेट्स को 9-0 से हराया था।
की प्लेयर : निकोलो बरेला, प्लेयर टू वॉच : फेडरिको चिएसा
इटली के स्टार मिडफील्डर बरेला कोच रॉबर्तो मेनचिनी के फॉर्मेशन का अहम हिस्सा हैं। वे इटैलियान लीग सीरी-A जीतने वाली इंटर मिलान टीम का अहम हिस्सा थे। टैक्लिंग से लेकर टेक्नीक तक 24 साल के बरेला फुल पैकेज हैं।
चिएसा ने इस सीजन युवेंटस के लिए कुछ शानदार गोल किए थे। युवेंटस में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ उन्होंने काफी गुर सीखे होंगे। कोपा इटालिया के फाइनल में चिएसा ने शानदार गोल दागा था। ऐसे में बड़े स्टेज पर वे इटली के अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
टीम
- फॉरवर्ड्स : एंड्रिया बेलोत्ती, डोमेनिको बेरार्डी, सिरो इमोबिल, लोरेंजो इन्सिग्ने, जियाकोमो रास्पडोरी
- मिडफील्डर्स : निकोलो बरेला, ब्रायन क्रिस्तांते, जोर्जिन्हो, मैनुअल लोकातेली, लोरेंजो पेलेग्रिनी, स्टेफानो सेन्सी, मार्को वेरात्ती, फेडेरिको बर्नार्डेस्की, फेडरिको चिएसा
- डिफेंडर्स : फ्रांसेस्को एसरबी, एलेसेंड्रो बस्टोनी, लियोनार्डो बोनुची, जॉर्जियो चेलिनी, जियोवानी डि लोरेंजो, इमर्सन पामेरी, एलेसांद्रो फ्लोरेंजी, लियोनार्डो स्पिनजोला, राफेल तोलोई
- गोलकीपर्स : जियानलुइगी डोनारुम्मा, एलेक्स मेरेत, सल्वातोर सिरिगु
- मैनेजर : रॉबोर्टो मेनचिनी
2. फ्रांस : ग्रुप-F
ग्रुप मैच
16 जून : फ्रांस vs जर्मनी
19 जून : हंगरी vs फ्रांस
24 जून : पुर्तगाल vs फ्रांस
2018 फीफा वर्ल्ड कप चैंपियन फ्रांस को इस साल यूरो कप जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। टीम में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है। पॉल पोग्बा, ओलिवर गिरूड, कीलियन एमबाप्पे, एंटोनियो ग्रीजमैन, पावार्ड जैसे कई स्टार खिलाड़ी हैं। फ्रांस पिछले टूर्नामेंट में पुर्तगाल के हाथों 1-0 से फाइनल हार गई थी। टीम 1984 और 2000 में 2 बार यूरो कप चैंपियन रह चुकी है।
यह फ्रांस का 13वां फाइनल्स टूर्नामेंट है। 1994 वर्ल्ड कप के बाद से टीम ने फीफा के हर मेन टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया है। इस दौरान टीम 5 बार फाइनल में पहुंची है और 3 बार जीती है। यूरो कप क्वालिफायर्स में टीम ने 10 में से 8 मैच जीते थे। 1 मैच में हार मिली और 1 मैच ड्रॉ रहा।
कोच दिदिएर डेसचैंप्स ने फ्रांस को 1998 वर्ल्ड कप और यूरो 2000 में कप्तानी करते हुए जीत दिलाई थी। 2012 में टीम के कोच बनने के बाद से 2018 वर्ल्ड कप जिता चुके हैं और अब यूरो कप जिता कर डबल ट्रॉफी जीतना चाहेंगे।
की-प्लेयर : एमबाप्पे, प्लेयर टू वॉच : किंग्सले कोमान
अपनी स्पीड और ड्रिब्लिंग के लिए पहचाने जाने वाले स्टार स्ट्राइकर एमबाप्पे विपक्षी टीमों को परेशान कर सकते हैं। वहीं, कोमान विंगर के तौर पर टीम को बैलेंस दे सकते हैं।
टीम
- फॉरवर्ड्स : विसम बेन येडर, करीम बेंजेमा, उस्मान डेम्बेले, ओलिवर गिरूड, एंटोनी ग्रिजमैन, कीलियन एमबाप्पे, मार्कस थुर्रम
- मिडफील्डर्स : किंग्सले कोमान, एन’गोलो कान्ते, थॉमस लेमर, पॉल पोग्बा, एड्रियन रुबियोट, मौसा सिसोको, कोरेंतिन टॉलिसो।
- डिफेंडर्स : लुकास डिग्ने, लियो डुबॉइस, लुकास हर्नांडेज, प्रेस्नेल किम्पेम्बे, जूल्स कौंडे, क्लेमेंट लेंगलेट, बेंजामिन पावर्ड, राफेल वरान, कर्ट जूमा।
- गोलकीपर्स : ह्यूगो लोरिस, माइक मेगनन, स्टीव मंडंडा।
- मैनेजर : दिदिएर डेसचैंप्स
3. स्पेन : ग्रुप-E
ग्रुप मैच
14 जून : स्पेन vs स्वीडन
20 जून : स्पेन vs पोलैंड
23 जून : स्लोवाकिया vs स्पेन
स्पेन यूरोप की इकलौती टीम है जिसने यूरो कप टूर्नामेंट को लगातार 2 बार जीता है। उसने यह कारनामा 2008 और 2012 में किया था। इसके अलावा टीम 1964 में भी खिताब जीत चुकी है। 2016 में स्पेन को राउंड ऑफ-16 में हार का सामना करना पड़ा था। इटली ने तब 2-0 से हराया था। हालांकि उस टीम के कई खिलाड़ी अब संन्यास ले चुके हैं। इस साल पूरी नई टीम है और सभी खिलाड़ी काफी टैलेंटेड नजर आ रहे हैं।
पुर्तगाल के खिलाफ कुछ दिन पहले हुए फ्रैंडली मैच में स्टार खिलाड़ियों के बिना स्पेन ने रोनाल्डो की टीम को जूझने पर मजबूर कर दिया था। पेड्रो, कोके और टिएगो अलकांत्रा के रूप में कुछ अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं और टीम चौथी बार खिताब जीत सकती है। क्वालिफायर में स्पेन ने 10 में से 8 मैच जीते थे और 2 मैच ड्रॉ रहा।
की-प्लेयर : गेरार्ड मोरेनो, प्लेयर टू वॉच : पेड्री और पाब्लो सराबिया
अपने स्पोर्ट्स करियर के सबसे शानदार फॉर्म में चल रहे मोरेना टीम के की प्लेयर होंगे। इस नंबर-9 को रोकना विपक्षी टीम के लिए आसान नहीं होगा। वहीं, पेड्री 18 साल की उम्र में ही अपनी शानदार मैच रीडिंग स्किल्स के लिए पहचाने जाने लगे हैं। बार्सिलोना क्लब में इस मिडफील्डर को काफी सम्मान दिया जाता है। स्पेन के कोच लुइस एनरिके सराबिया को टीम का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी मानते हैं।
टीम
- फॉरवर्ड्स : अल्वेरो मोराता, गेरार्ड मोरेनो, मिकेल ओयारजाबल, पेड्री।
- मिडफील्डर्स : टिएगो अलकांतारा, सर्जियो बुसकेट्स, कोके, मार्कोस लोरेंटे, डैनी ओल्मो, रोड्री, फैबियन रुइज, पाब्लो सरबिया, फेरान टोरेस, अदामा त्रोरे।
- डिफेंडर्स : जोस गया, जॉर्डी अल्बा, पाउ टोरेस, आयमेरिक लापोर्ते, एरिक गार्सिया, डिएगो लोरेंटे, सीजर एजपिलिकुएता।
- गोलकीपर्स : डेविड डी गिया, उनाई साइमन, रॉबर्ट सांचेज।
- मैनेजर : लुइस एनरिके
4. पुर्तगाल : ग्रुप-F
ग्रुप मैच
15 जून : हंगरी vs पुर्तगाल
19 जून : पुर्तगाल vs जर्मनी
24 जून : पुर्तगाल vs फ्रांस
यूरो कप की डिफेंडिंग चैंपियन पुर्तगाल को हराना ही सभी टीमों का पहला मकसद होगा। ये टीम 2016 में फ्रांस जैसी मजबूत टीम को उसके होम ग्राउंड पर हराकर चैंपियन बनी थी। टीम के पास क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसा करिश्माई कप्तान और स्टार स्ट्राइकर है। बुधवार को इजराइल के खिलाफ हुए फ्रैंडली मैच में उन्होंने अपना 104वां गोल भी दागा था।
पुर्तगाल की टीम 2019 में यूक्रेन के खिलाफ मैच हार गई थी। 2014 में फर्नांडो सांतोस के कोच बनने के बाद से यह पुर्तगाल की यूरो कप या नेशंस लीग के क्वालिफाइंग या फाइनल्स में मिली पहली हार थी। टीम यूरो कप क्वालिफायर में कुल 8 मैच में से 5 जीती थी और 1 में हार का सामना करना पड़ा। 2 मैच ड्रॉ रहे। रोनाल्डो की टीम इस बार सभी को चौंकाते हुए स्पेन के बाद यूरो कप डिफेंड करने वाली दूसरी टीम बन सकती है।
की-प्लेयर : रोनाल्डो, प्लेयर टू वॉच : जोआओ फेलिक्स, ब्रूनो फर्नांडीस
इजराइल के खिलाफ बुधवार को हुए मैच में रोनाल्डो ने अपना 104वां गोल दागा था। वे अली डेई के सबसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल (109 गोल) के रिकॉर्ड से बस 5 गोल दूर हैं। वहीं, टूर्नामेंट में 1 गोल करते ही वे यूरो कप टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। रोनाल्डो यूरो कप क्वालिफायर में टीम के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे। वहीं, फेलिक्स और ब्रूनो पुर्तगाल को दोबारा चैंपियन बनने में मदद कर सकते हैं। ये दोनों खिलाड़ी अपने-अपने क्लब के लिए शानदार फॉर्म में थे।
टीम
- फॉरवर्ड्स : जोआओ फेलिक्स, डिओगो जोटा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, आंद्रे सिल्वा, राफा सिल्वा
- मिडफील्डर्स : विलियम कार्वाल्हो, डैनिलो, ब्रूनो फर्नांडीस, गोंकालो गेडेस, जोआओ मोतिन्हो, रूबेन नेव्स, सर्जियो ओलिवेरा, जोआओ पल्हिन्हा, पोटे, रेनाटो सांचेस, बर्नार्डो सिल्वा
- डिफेंडर्स : जोआओ कैंसेलो, रूबेन डियास, जोस फोंते, राफेल गुरेरो, नूनो मेंडिस, पेपे, नेल्सन सेमेडो
- गोलकीपर्स : एंथोनी लोपेज, रुई पेट्रीसियो, रुई सिल्वा
- मैनेजर : फर्नांडो सांतोस
5. इंग्लैंड : ग्रुप-D
ग्रुप मैच
13 जून : इंग्लैंड vs क्रोएशिया
19 जून : इंग्लैंड vs स्कॉटलैंड
23 जून : चेक रिपब्लिक vs इंग्लैंड
2018 फीफा वर्ल्ड कप की सेमीफाइनलिस्ट इंग्लैंड की टीम यूरो कप जीतने की प्रबल दावेदार है। टीम को अपने सभी ग्रुप मैच लंदन के वेम्बली स्टेडियम में खेलने हैं। वहां, टीम अपने कोच साउथगेट के गाइडेंस में 23 में से सिर्फ 2 मैच ही हारी है। यह मैच स्पेन और डेनमार्क के खिलाफ था। यूरो कप क्वालिफायर्स में टीम ने 8 में से 7 मैच अपने नाम किए थे। 1 में हार का सामना करना पड़ा।
टीम अभी तक एक भी यूरो कप नहीं जीती है। बेस्ट परफॉर्मेंस 1968 में तीसरा स्थान रहा था। 2016 में इंग्लिश टीम रॉउंड ऑफ-16 में आइसलैंड के हाथों 2-1 से हारकर बाहर हो गई थी। हालांकि इस बार टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। ऐसे में टीम अपनी पहली ट्रॉफी उठा सकती है। टीम के पास हैरी केन के रूप में शानदार कप्तान भी है।
की-प्लेयर : हैरी केन, प्लेयर टू वॉच : जूड बेलिंघम
34 साल के टोटेनहम हॉट्सपर के स्ट्राइकर हैरी एक शानदार कप्तान होने के साथ-साथ स्कोरर और क्रिएटर भी हैं। टोटेनहम के लिए उन्होंने 2020/21 सीजन में 33 गोल दागे थे और 17 असिस्ट किए थे। यूरो कप क्वालिफायर्स में हैरी 12 गोल के साथ टीम के टॉप स्कोरर थे।
वहीं, जर्मन क्लब बोरूसिया डॉर्टमंड के जूड को आने वाले समय के स्टार खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। उन्होंने UEFA चैंपियंस लीग में मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था। अगर ग्रुप में सब कुछ ठीक रहा तो जूड अपना 18वां बर्थडे राउंड ऑफ-16 मैच में मना सकते हैं।
टीम
- फॉरवर्ड्स : डोमिनिक कैल्वर्ट-लेविन, हैरी केन, मार्कस रैशफोर्ड, रहीम स्टर्लिंग, बुकायो साका, जैडेन सांचो, फिल फोडेन, जैक ग्रीलिश
- मिडफील्डर्स : जूड बेलिंगघम, जॉर्डन हेंडरसन, मेसन माउंट, केल्विन फिलिप्स, डेक्कन राइस
- डिफेंडर्स : बेन चिलवेल, कॉनर कोडी, रीस जेम्स, हैरी मैगुइरे, टाइरोन मिंग्स, ल्यूक शॉ, जॉन स्टोन्स, कीरन ट्रिपियर, काइल वॉकर, बेन व्हाइट
- गोलकीपर्स : डीन हेंडरसन, सैम जॉनस्टोन, जॉर्डन पिकफोर्ड
- मैनेजर : गैरी साउथगेट
6. बेल्जियम : ग्रुप-B
ग्रुप मैच
13 जून : बेल्जियम vs रूस
17 जून : डेनमार्क vs बेल्जियम
22 जून : फिनलैंड vs बेल्जियम
दुनिया की मौजूदा नंबर-1 फुटबॉल टीम बेल्जियम इस साल अपना पहला यूरो कप उठा सकती है। टीम शानदार फॉर्म में है। इसने क्वालिफायर के 10 मैच में से 10 में जीत हासिल की। 2016 में बेल्जियम क्वार्टरफाइनल तक पहुंची थी, जहां वेल्स ने उसे 3-1 से हरा दिया था। हालांकि इस बार टीम के पास कुछ शानदार प्लेमेकर और स्ट्राइकर मौजूद हैं।
टीम के पास केविन डी ब्रुइन, यूरी तिलमांस, ईडेन हैजार्ड, रोमेलू लुकाकू जैसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी समय मैच पलट सकते हैं। वहीं, थिबॉट कोर्टोइस जैसा स्टार गोलकीपर भी है, जो अपने शानदार सेव के लिए जाना जाता है। बेल्जियम का बेस्ट परफॉर्मेंस 1980 में रहा था, जब टीम रनर-अप रही थी। 2016 में रॉबर्टो मार्टिनेज के कोच बनने के बाद से टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। उम्मीद है कि इस बार मार्टिनेज की टीम पहली ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहेगी।
की-प्लेयर : डी ब्रुइन, प्लेयर टू वॉच : यूरी तिलमांस
डी ब्रुइन टीम की स्ट्रैटजी का अहम हिस्सा हैं। 2019/20 UEFA चैंपियंस लीग सीजन में वे मिडफील्डर ऑफ द सीजन रहे थे। वहीं, 2020/21 सीजन में मैनचेस्टर सिटी को फाइनल में पहुंचाने में उनका अहम योगदान रहा। ब्रुइन ने इस सीजन के चैंपियंस लीग में 7 मैचों में 3 गोल दागे और 4 असिस्ट किए।
टीम
- फॉरवर्ड्स : मिची बत्शुआई, क्रिस्टियन बेंटेके, जेरेमी डोकु, ईडन हैजार्ड, रोमेलु लुकाकू, ड्रीस मर्टेंस, लिएंड्रो ट्रोसार्ड
- मिडफील्डर्स : टिमोथी कास्टान्ये, नासेर चैडलि, यानिक करास्को, केविन डी ब्रुइन, लिएंडर डेंडोनकर, थॉर्गन हैजार्ड, थॉमस मुनिए, डेनिस प्रैट, यूरी तिलेमांस, हैंस वानाकन, एक्सेल विटसल
- डिफेंडर्स : टोबी अल्डरवीरल्ड, डेडरिक बोयाटा, जेसन डिनेयर, थॉमस वर्माइलन, यान वर्टोन्घन
- गोलकीपर्स : थिबॉट कोर्टोइस, सिमन मिन्योले, मैट्स सेल्ज
- मैनेजर : रॉबर्टो मार्टिनेज
यूरो कप का शेड्यूल जानने के लिए यहां क्लिक करें…
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