15 मिनट पहले
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दिल्ली कैपिटल्स का एक खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हो चुका है। उससे पहले फिजियो भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दिल्ली की टीम मुंबई में ही क्वारैंटाइन है। बावजूद दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स के बीच 20 अप्रैल को पुणे में होने वाले मैच पर कोई खतरा नहीं है। चलिए हम आपको बताते हैं कि क्या कहते हैं कोरोना नियम – अगर कोई भी खिलाड़ी या टीम मेंबर टूर्नामेंट बबल में पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे कम से कम सात दिन तक आइसोलेट रहना होगा। इसके बाद अगर 24 घंटे के अंदर दो RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है तब ही उसे दोबारा लीग में एंट्री मिलेगी। – अगर किसी फ्रेंचाइजी के कई सदस्य पॉजिटिव पाए जाते हैं तो वह कम से कम 12 निगेटिव खिलाड़ियों के साथ मैच खेल सकता है। इसमें 7 भारतीय और एक सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी होना जरूरी है। – अगर 12 निगेटिव खिलाड़ी भी उपलब्ध नहीं होते हैं तो इस स्थिति में IPL की गवर्निंग काउंसिल फाइनल फैसला लेगी। यह फैसला सभी पक्षों को मानना होगा।
दो दिन होगा डोर टु डोर टेस्ट
दिल्ली कैपिटल्स के सभी सदस्यों को क्वारैंटाइन कर दिया है। सभी खिलाड़ियों को अपने-अपने कमरे में ही रहने का आदेश दिया गया है। सोमवार और मंगलवार को सभी सदस्यों की उसके कमरे में ही RT-PCR जांच होगी। लगातार दो निगेटिव रिपोर्ट वाले खिलाड़ी/मेंबर को पुणे जाने की इजाजत मिलेगी। इस टेस्ट में पॉजिटिव आने वाले खिलाड़ियों का आइसोलेशन जारी रहेगा।
बायो-बबल के नियम उल्लंघन पर क्या है नियम
बायो-बबल ब्रेक करने पर सीजन से बाहर भी हो सकते हैं खिलाड़ी
कोरोना नियमों के तहत बायो बबल में कोई खिलाड़ी या उनके परिवार का सदस्य और टीम के मालिक या उनसे जुड़े लोग बायो बबल का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें सख्त करवाई की जाएगी। अगर खिलाड़ी बायो-बबल तोड़ता है तो उसे एक मैच के लिए बैन किया जाएगा, साथ ही उसे 7 दिन और क्वारैंटाइन रहना पड़ेगा। दूसरी बार गलती करने पर एक मैच का बैन भी लगाया जा सकता है। तीसरी गलती पर खिलाड़ी को पूरे सीजन से बाहर किया जा सकता है और टीम को कोई रिप्लेसमेंट भी नहीं मिलेगा।
परिवार के कोरोना नियम ब्रेक पर उन्हें बाहर किया जा सकता है
वहीं खिलाड़ी के परिवार या मैच अधिकारी कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी करते हैं तो उन्हें 7 दिन का क्वारैंटाइन रहना पड़ेगा। दूसरी बार गलती करने पर उन्हें बायो बबल से निकाल दिया जाएगा और साथ ही उनसे जुड़े खिलाड़ी को 7 दिन क्वारैंटाइन भी रहना पड़ेगा।
टीम की गलती पर एक करोड़ का जुर्माना
अगर बायो-बबल ब्रेक करने में टीम की गलती रहती है तो टीम पर एक करोड़ रुपया का जुर्माना लगाया जा सकता है। दूसरी बार टीम का एक अंक और तीसरी गलती पर 3 अंक काटे जाएंगे
।कोविड टेस्ट कराने में लापरवाही पर भी जुर्माना
BCCI ने कोविड टेस्ट के लिए भी अलग से नियम बनाए हैं। कोई सदस्य अगर कोविड टेस्ट कराने से चूक जाता है तो पहली बार उसे चेतावनी दी जाएगी। दूसरी बार 75 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा और स्टेडियम या ट्रेनिंग ग्राउंड में जाने पर पाबंदी लगाई जाएगी।
अंडर-19 वर्ल्ड कप में 12 खिलाड़ियों के साथ युगांडा के खिलाफ उतरी थी टीम इंडिया
अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान युगांडा के साथ लीग मैच से पहले भारत के कप्तान यश धुल सहित 6 खिलाड़ी ही कोरोना संक्रमित हो गए थे। टीम के साथ चयन के लिए 12 खिलाड़ी ही उपलब्ध थे। टीम युगांडा के खिलाफ मैच में उतरी और जीत हासिल की थी।
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