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- There Was Hope And Despair About The Budget In Chandigarh, Someone Said That Gagar Was Equal To The Ocean And Someone Said That He Did Not Even Give Lollipop
चंडीगढ़16 घंटे पहले
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संसद में बजट पेश करने जातीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण।
देश के आम बजट 2022 ने एक ओर जहां चंडीगढ़ के लोगों को थोड़ा निराश किया है, वहीं कुछ इसे बेहतर बजट बता रहे हैं। एक ओर जहां भाजपा नेताओं ने इस बजट को गागर में सागर भरने के समान बताया है, वहीं कुछ विपक्षी नेताओं ने इस बजट को निराशापूर्ण बताया। उद्योग जगत से जुड़े लोगों को भी यह बजट बहुत खास नहीं लगा।
भाजपा के सीनियर नेता संजय टंडन ने इस बजट को देश का पहला डिजिटल बजट बताया है, जिसमें हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक प्रेम गर्ग के मुताबिक, 5 राज्यों में चुनाव का भी भाजपा ने ख्याल नहीं रखा और लोगों को लॉलीपॉप तक नहीं दी। फॉसवेक के मुख्य प्रवक्ता पंकज गुप्ता ने कहा है कि कोरोना की मार के बावजूद मध्यम वर्ग का ध्यान नहीं रखा गया।
पंकज गुप्ता, चीफ स्पोक्सपर्सन फॉस्वेक।
बहुत ही सामान्य बजट है, इनकम टैक्स में कोई राहत नहीं
बहुत ही सामान्य बजट है। कोविड में लाखों लोगों की नौकरी गई। ऐसे में नौकरियों और इनकम टैक्स आदि में कोई राहत नहीं दी गई। मध्यम वर्ग को इस बजट से कुछ खास नहीं मिला है। एजुकेशन सेक्टर के लिए भी कुछ खास नहीं है। केंद्र ऑनलाइन युनिवर्सिटी की बात करती है, मगर इंटरनेट की सुविधा सारे स्टूडेंट्स को उपलब्ध नहीं है। हेल्थ सेक्टर में कुछ नया नहीं है। इसके साथ ही फर्टिलाइजर और फूड आइटम्स पर सब्सिडी कम कर दी गई है। इससे सीधा इन वस्तुओं के रेट बढ़ने से आम आदमी पर फर्क पड़ेगा। कुल मिलाकर जैसा कोविड काल में बजट की उम्मीद कर रहे थे, वह नहीं मिला। – पंकज गुप्ता, मुख्य प्रवक्ता, फॉसवेक एवं हाईकोर्ट एडवोकेट।
प्रेम गर्ग, कन्वीनर, आम आदमी पार्टी
5 राज्यों में चुनाव हैं, लॉलीपॉप भी नहीं दी
यह बजट लोगों की उम्मीदों के उलट है। मध्यम वर्ग के लिए इस बजट में कुछ भी खास नहीं है। टैक्स में कोई राहत नहीं दी गई। यह बजट एक प्रकार से पुरानी बोतल में नई शराब के समान है। सरकार से उम्मीद की जा रही थी कि यूपी समेत 5 राज्यों में विधानासभा चुनाव हैं। ऐसे में केंद्र सरकार कम से कम लोगों को लॉलीपॉप ही दे देती। चंडीगढ़ नगर निगम को अकसर उसकी मांग के मुताबिक, बजट नहीं मिल पाता। ऐसे में शहर के डेवलपमेंट के एजेंडे पेंडिंग पड़े रह जाते हैं। – प्रेम गर्ग, कन्वीनर, आम आदमी पार्टी
संजय टंडन, हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी और पूर्व भाजपा प्रधान।
गागर में सागर भरने जैसा बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गागर में सागर भरने वाला काम किया है। देश ने पहला डिजिटल बजट देखा है। सरकार ने अपनी प्राथमिकताओं को इस बजट में बहुत ही अच्छे ढंग से परिभाषित किया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश को बढ़ावा देना, डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देना, बैंकिंग की सुविधा को लोगों के घर तक पोस्ट ऑफिस के जरिए पहुंचाना, कर्मियों की पेंशन संबंधी लाभों को बेहतर बनाना, मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना, इंकम टैक्स में 2 साल तक रिटर्न को 2 साल तक रिवाइज करने का प्रावधान रखना बजट में अहम बाते हैं। इन सब का लंबे समय तक लोगों को फायदा होगा। वहीं एमएसपी को सीधा किसान के खातों में पहुंचाने का काम किया गया है। – संजय टंडन, चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रधान और हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी।
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