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ट्विटर 1 अप्रैल से ब्लू टिक हटाएगा, वेरिफिकेशन प्रोग्राम शुरू: गोल्डन टिक के लिए कंपनियों को हर महीने 82 हजार रुपए देने होंगे

11 घंटे पहले

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माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) पर गोल्डन टिक (वेरिफाइड चेक मार्क) के लिए कंपनियों को हर महीने एक हजार डॉलर यानी करीब 82 हजार रुपए चुकाना होगा। यही नहीं, अब कंपनियों को अपने ट्विटर अकाउंट से जुड़े दूसरे अकाउंट के लिए भी हर महीने 50 डॉलर यानी करीब 4 हजार रुपए एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।

ट्विटर ने यह भी कहा कि वह 1 अप्रैल से अपने लिगेसी वेरिफिकेशन प्रोग्राम को ‘खत्म’ करना शुरू कर देगा। इसके तहत कंपनी यूजर्स के अकाउंट से ब्लू टिक हटाना शुरू कर देगी। इसका असर सीधे यूजर की जेब पर पड़ेगा। हालांकि फ्री ब्लू टिक वाले यूजर्स पैसे देकर ट्विटर ब्लू की सेवा लेते हैं तो उनका ब्लू टिक बना रहेगा, लेकिन लीगली वेरिफाइड का टैग हट जाएगा।

ट्विटर ने रेवेन्यू बढ़ाने के लिए वेरिफिकेशन प्रोग्राम की घोषणा शुक्रवार को थी। कंपनी के CEO एलन मस्क ने पुष्टि की थी कि वेरिफाइड ऑर्गनाइजेशन से एफिलिएटेड किसी भी व्यक्ति का अकाउंट ऑटोमेटिक वेरिफाई हो जाएगा।

नया वेरिफाइड ऑर्गेनाइजेशन प्रोग्राम शुरू
ट्विटर ने नया वेरिफाइड ऑर्गेनाइजेशन प्रोग्राम शुरू किया है, इसके तहत अब सभी ट्विटर अकाउंट को वेरिफाई किया जाएगा। चूंकि, ट्विटर के करोड़ों सब्सक्राइबर्स हैं इसलिए, कंपनियां गोल्डन टिक हासिल करने के लिए वेटिंग लिस्ट में शामिल हो सकती हैं। ट्विटर बिजनेस ने जनवरी में कंपनियों के वेरिफिकेशन प्रोग्राम की घोषणा की थी।

ट्विटर बिजनेस की और से किए ट्वीट में लिखा है कि, “हम जल्द ही कंपनियों के लिए वेरिफिकेशन शुरू करेंगे, जिसे पहले ब्लू फॉर बिजनेस के नाम से जाना जाता था। एक कस्टमर के रूप में आप और आपके बिजनेस को हमारे सेल्फ-सर्व एडमिनिस्ट्रेटिव पोर्टल से बिजनेस अकाउंट और एफिलिएटेड बैज प्राप्त कर सकेंगे।”

वेरिफिकेशन प्रोग्राम क्या है
ट्विटर ने अपना अपडेटेड अकाउंट वैरिफिकेशन प्रोग्राम जनवरी में लॉन्च किया था। तब सभी वेरिफाइड अकाउंट को तीन कलर कैटेगरी बांटा था। इन कैटेगरी में कंपनियों को गोल्ड चेक, सरकार को ग्रे चेक और आम नागरिकों को ब्लू टिक देना शामिल है। ट्विटर ने 9 नवंबर को चेक-मार्क बैज के साथ ट्विटर ब्लू लॉन्च किया गया था, लेकिन फेक अकाउंट की संख्या बढ़ने के कारण 2 दिन बाद ही सर्विस को होल्ड कर दिया गया था। नए ब्लू साइन अप बंद कर दिए गए थे।

ब्लू टिक सर्विस के लिए हर महीने 8 डॉलर चुकाने होंगे। एपल के ऐप स्टोर पर खरीदने पर इसकी प्राइस 11 डॉलर प्रति माह है। एपल स्टोर पर इसके महंगे होने का कारण एपल की ओर से लिया जाने वाला 30% टैक्स है। बीते दिनों एलन मस्क ने एपल के इस टैक्स के बारे में बताया था।

भारत में ट्विटर के ब्लू सब्सक्रिप्शन की कीमत 650 रुपए महीना
बता दें कि मस्क 2023 के अंत तक ट्विटर को फाइनेंशियल रूप से मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ब्लू सब्सक्रिप्शन जैसी कुछ सर्विस को मॉडिफाई भी की थी। भारत में वेब यूजर्स के लिए इस सर्विस का मंथली सब्सक्रिप्शन 650 रुपए का है। वहीं अमेरिका में इसके लिए हर महीने 11 डॉलर चुकाने होंगे।

ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन में क्या?
8 डॉलर के इस सब्सक्रिप्शन में यूजर्स को ट्वीट एडिट करने, 1080p यानी HD क्वालिटी में वीडियो अपलोड करने, रीडर मोड और एक ब्लू चेकमार्क मिलता है। इसके अलावा रिप्लाई, मेंशन और सर्च में प्रायोरिटी मिलती है। सामान्य यूजर्स से 50% कम ऐड दिखते हैं और नए फीचर्स में भी प्रायॉरिटी मिलती है। सब्सक्राइबर अपना हैंडल, डिस्प्ले नाम या प्रोफाइल फोटो भी बदल सकते हैं, लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं, तो उनके अकाउंट का फिर से रिव्यू होने तक अस्थायी रूप से ब्लू चेकमार्क हटा दिया जाता है।

सब्सक्रिप्शन मोड पर ले जाने की 3 वजहें

1. कंपनी को रोजाना 32 करोड़ का नुकसान हो रहा है। वो नए मॉडल से रेवेन्यू बढ़ाना चाहते हैं।

2. मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदा है। वो जल्द इसकी भरपाई करना चाहते हैं।

3. ट्विटर पर भारी कर्ज है। वो इसे खत्म करने के लिए एडवर्टाइजर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहते।

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