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- 2022 Aprilia SR 160, SR 125 Scooters Launched In India, Prices Start At ₹ 1.08 Lakh
नई दिल्ली3 घंटे पहले
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पियाजियो इंडिया ने भारत में अपडेटेड अप्रिलिया SR 160 स्कूटर लॉन्च की है। इसकी कीमत 1,17,494 रुपए (एक्स-शोरूम) है। यह पुराने मॉडल के मुकाबले करीब 10,533 रुपए महंगा है। कंपनी ने अपडेटेड अप्रिलिया SR 125 भी पेश की है। इसकी कीमत 1,07,595 रुपए (एक्स-शोरूम) है। ग्राहक अपडेटेड अप्रिलिया SR 160 को पूरे भारत में कंपनी की डीलरशिप पर और साथ ही कंपनी की ऑफीशियल वेबसाइट के जरिए 5,000 रुपए के टोकन अमाउंट पर प्री-बुक कर सकते हैं। नई SR 160 रेंज व्हाइट, ब्लू, ग्रे, रेड और मैट ब्लैक कलर में मिलती है।
स्कूटर का फ्रेम
अपडेटेड अप्रिलिया SR 160 डिटेल्ड अपग्रेड के साथ आता है, जिसमें नए हेडलैम्प और एप्रन के साथ फिर से डिजाइन किया गया फ्रंट शामिल है। अब इसमें पुराने मॉडल पर हैलोजन यूनिट की जगह एक नई LED हेडलाइट मिलती है जो एक अपमार्केट लुक देती है। हैंडलबार काउल को भी नया रूप दिया गया है और इसमें रेसिंग बाइक वाले एयर-स्कूप हैं।
एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम मिलेगा
नई अप्रिलिया SR 160 के डिजाइन के रूप में SR स्कूटर में बड़े पहियों के साथ आती है। यह ABS (एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम), 160CC, 3 वी टेक FI, हाई टेक, हाई-परफॉर्मेंस इंजन जैसी बेहतरीन इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी मिल रही है। इसका नया डिजाइन राइडर्स को ब्रांड के एक्सपीरिएंस को और अधिक मजेदार बनाएगा।
अप्रीलिया स्कूटर्स के फीचर्स
इंजन 160 सीसी का होगा
पावर उसी 160 सीसी, एयर-कूल्ड, तीन-वाल्व इंजन से आती है जो 7600 आरपीएम पर 10.84 BhP पावर और 6000 RPM पर 11.6Nm टॉर्क जेनरेट करता है। स्कूटर 11-लीटर की स्टोरेज कैपेसिटी, एक USB चार्जर, बूट लाइट, 6-लीटर की फ्यूल टैंक कैपेसिटी से लैस है।
डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल मिलेगा
इसमें एक पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल भी मिलता है जो अप्रिलिया sXR 160 से मिलता है। क्लस्टर RPM, माइलेज, ऐवरेज स्पीड, टॉप स्पीड, फ्यूल सिग्नल, ऑडोमीटर और टाइम आदि दिखाता है। स्पोर्टी स्कूटर में आगे की तरफ टेलिस्कोपिक फोर्क्स, पीछे की तरफ मोनोशॉक, सिंगल-चैनल ABS के साथ फ्रंट डिस्क, आउटगोइंग मॉडल से 14-इंच के अलॉय व्हील मिलते रहते हैं।
ABS सिस्टम काम कैसे करता है
ABS का फुल फॉर्म एंटी ब्रेकिंग सिस्टम होता है, जो व्हीकल को स्किडिंग से बचाता है। अचानक ब्रेक लगाने पर एबीएस ब्रेक सिस्टम फीचर पहियों को लॉक नहीं होने देता है। इस वजह से राइडर का कंट्रोल व्हीकल में बना रहता है। बाइक बिना फिसले रुक जाती है। ABS में लगा सेंसर आपकी व्हीकल के पहियों पर लगातार निगरानी बनाए रखता है और उससे मिले डेटा को कंट्रोल यूनिट में भेजता है। ABS में कुल चार कंपोनेंट्स होते हैं जिनमें….
1.स्पीड सेंसर
ये सेंसर प्रत्येक व्हील के स्पीड को लगातार मॉनिटर करता रहता है। इसमें एक एक्साइटर V- आकार के दांतों वाली एक रिंग और एक तार की कुंडली / चुंबक असेम्बल होता है, जो इलेक्ट्रिक पल्स जनरेट करती है।
2.वॉल्व
इस कंपोनेंट्स का इस्तेमाल ब्रेक के प्रेशर को कंट्रोल या कम करने के लिए किया जाता है। ABS प्रोसेस के दौरान वॉल्व ब्रेक के एयर प्रेशर को कंट्रोल करता है। सभी ब्रेक की ब्रेक लाइन में एक वॉल्व होता है जिसे ABS से कंट्रोल किया जाता है।
पहली स्थिति में, ब्रेक वॉल्व खुला होता है और यह मास्टर सिलेंडर से ब्रेक को ट्रांसफर करने के लिए दबाव देता है। दूसरी स्थिति में, ब्रेक वॉल्व बंद रहता है और मास्टर सिलेंडर से ब्रेक पर दबाव डाला जाता है। तीसरी स्थिति में, वाल्व ब्रेक पर कुछ दबाव छोड़ता है।
3. इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट
यह ड्राइवर के ब्रेक दबाने के बाद काम करता है, ताकि फिसलन वाली जगहों पर कम से कम फिसले। यह यूनिट से दी गई जानकारी के अनुसार, ECU सर्किट में सेंसर से सिग्नल लेता है और ब्रेक प्रेशर को कंट्रोल करता है।
4.हाइड्रोलिक कंट्रोल यूनिट
इसका इस्तेमाल पंप को हाइड्रोलिक ब्रेक्स पर प्रेशर बनाने के लिए किया जाता है। एयर ब्रेक सिस्टम लॉकिंग को डिटेक्ट करने के लिए सभी पहियों की स्पीड को मॉनिटर करता रहता है और जैसे ही ABS सिस्टम को अचानक ब्रेक लगाने का पता चलता है तो यह गाड़ी के हाइड्रोलिक सिस्टम पर प्रेशर डालता है और ब्रेक पैड्स डिस्क के विपरीत दबाव बनाता है जिससे आपकी बाइक धीरे हो जाती है।
अब जानते हैं ABS के प्रकार के बारे में
4-चैनल, 4- सेंसर ABS
इसको सबसे बेहतर ABS बताया जाता है। हर एक पहिये में एक- एक सेंसर लगे रहते हैं और हर पहिए में एक-एक वॉल्व भी लगे रहते है। मैक्सिमम ब्रेकिंग फोर्स का अंदाजा लगाने के लिए कंट्रोलर इन सेंसर की मदद से सारे पहियों को मॉनिटर करते रहता है।
3-चैनल, 3- सेंसर ABS
इस प्रकार के ABS पिकअप ट्रक में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें दो सेंसर्स और दो वॉल्व फ्रंट व्हील में लगए जाते हैं और एक सेंसर और एक वॉल्व पीछे वाले दो व्हील में लगया जाता है।इसलिए इसे 3-चैनल, 3-सेंसर ABS बोला जाता है। पीछे व्हील वाले सेंसर और वॉल्व को एक्सेल में लगाया जाता है। वैसे तो 2-चैनल और 1-चैनल ABS भी ये होता है।
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