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भास्कर रिसर्च: पांच लेयर से बना क्ले कोर्ट सबसे धीमा, जबकि ग्रास कोर्ट सबसे तेज

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पेरिस8 मिनट पहले

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रविवार से सीजन के दूसरे टेनिस ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन की शुरुआत हो जाएगी। नंबर-1 जोकोविच खिताब बचाने उतरेंगे जबकि नडाल क्ले कोर्ट पर खेले जाने वाले इस ग्रैंड स्लैम को 14वीं बार अपने नाम करना चाहेंगे। इन दोनों को ज्वेरेव, सितसिपास, मेदवेदेव, कार्लोस, कैस्पर रूड की चुनौती मिलेगी। वहीं, महिला कैटेगरी में नंबर-1 इगा स्वातेक दूसरी बार चैंपियन बनने उतरेंगी। उन्हें डिफेंडिंग चैंपियन क्राजिकोवा, सबालेंका, बाडोसा, प्लिसकोवा, कोंटावेट की चुनौती मिलेगी।

फ्रेंच ओपन 1891 में सबसे पहली बार खेला गया था। शुरुआत में यह रेत के कोर्ट पर खेला जाता था, लेकिन 1908 से क्ले कोर्ट पर खेला जाने लगा। क्ले कोर्ट के अलावा ग्रैंड स्लैम दो अलग-अलग कोर्ट पर भी होते हैं। विम्बलडन ग्रास कोर्ट और ऑस्ट्रेलियन ओपन व यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर होता है।

आईए जानते हैं कि विभिन्न कोर्ट को कैसे तैयार किया जाता है।

फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है। शुरुआत में रेत पर खेला जाता था।

फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है। शुरुआत में रेत पर खेला जाता था।

क्ले कोर्ट: 80 सेमी. होती है इसकी गहराई, बेसलाइन के खिलाड़ियों को पसंद आता है
कोर्ट 5 लेयर से बनता है। लेयर कंकड़-पत्थर, चूना पत्थर, कोयले और ईंट से बनी होती है। सबसे ऊपर ईंट के पाउडर की 2 मिमी. की परत होती है। एक कोर्ट बनाने में कम से कम 1.1 टन मटेरियल का इस्तेमाल होता है। टूर्नामेंट के दौरान करीब 100 लोग कोर्ट का मेंटेनेंस करते हैं।Áमिट्‌टी का सरफेस होने के कारण इसे सबसे धीमा कोर्ट माना जाता है। इस पर गेंद की गति धीमी हो जाती है, इसलिए प्रतिद्वंद्वी को शॉट रिटर्न करना आसान हो जाता है। इसलिए पीट सैंप्रास जैसे सर्व-वॉली खेल के पक्षधर ने कभी फ्रेंच ओपन नहीं जीता। यह कोर्ट बेसलाइन के खिलाड़ियों का पसंदीदा होता है। इसके अलावा हैवी स्पिन करने वाले खिलाड़ी भी यहां सफल होते हैं। इस कोर्ट पर राफेल नडाल सबसे ज्यादा सफल रहे हैं। वह 13 बार फ्रेंच ओपन जीते हैं।

ग्रास कोर्ट: 8 मिमी से लंबी नहीं होती

विम्बलडन ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है।

विम्बलडन ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है।

घास, नेट पर खेलने वाले खिलाड़ियों को मदद

चैंपियनशिप के लिए कोर्ट को तैयार करने के लिए अप्रैल में घास के बीज डाल दिए जाते हैं। चैंपियनशिप के दौरान घास 8 मिमी से लंबी नहीं होनी चाहिए। हर साल नौ टन बीज का इस्तेमाल होता है। ऑफ सीजन में हफ्ते में तीन बार मेंटेनेंस होता है। हर कोर्ट पर 6 टन मिट्‌टी उपयोग होती है।Áइसका सरफेस स्लिपरी होता है, इसलिए इसे सबसे तेज कोर्ट कहा जाता है। गेंद में कम उछाल होता है क्योंकि मिट्‌टी अन्य प्रकार कोर्ट पर उपयोग की जाने वाली सामग्री से नरम होती है। घास के कारण गेंद को अप्रत्याशित उछाल मिलता है। गेंद में उछाल कम लेकिन गति ज्यादा होती है इसलिए अच्छी सर्विस करने वाले और नेट पर खेलने वाले खिलाड़ियों को मदद मिलती है।इस कोर्ट पर रोजर फेडरर सबसे ज्यादा सफल रहे हैं। वह 8 बार विम्बलडन ओपन जीते हैं।

ऑस्ट्रेलियन ओपन व यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर होता है।

ऑस्ट्रेलियन ओपन व यूएस ओपन हार्ड कोर्ट पर होता है।

हार्ड कोर्ट: कंक्रीट का बना होता है सरफेस, मेंटेनेंस में सबसे आसान
हार्ड कोर्ट कंक्रीट का बना होता है। इसका मेंटेनेंस सबसे आसान हाेता है। यह सभी प्रकार के खिलाड़ियों को मदद करता है। चाहे सर्व-वॉली वाले खिलाड़ी हों या फिर बेसलाइन वाले। यहां गेंद की रफ्तार ग्रास कोर्ट से कम जबकि क्ले कोर्ट से ज्यादा होती है। कठोर सतह होने के कारण गेंद में उछाल ज्यादा होता है। इस कोर्ट पर जोकोविच सबसे ज्यादा सफल रहे हैं। वह 9 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीते हैं।

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