Best News Network

भारत को WTC फाइनल में पहुंचाने वाले 3 हीरो: पिछले 7 महीने में अक्षर, शार्दूल और सुंदर ने अपने दम पर टेस्ट जिताए, पर फाइनल के लिए आखिरी-15 से किया गया बाहर

  • Hindi News
  • Sports
  • Cricket
  • India’s Australia And England Test Series Heroes Who May Not Play The ICC World Test Championship Final | Siraj, Axar Patel, Washington Sundar Shardul Thakur

साउथैम्पटन6 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
अक्षर, शार्दूल और सुंदर को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए टीम इंडिया के फाइनल-15 में जगह नहीं मिली। - Dainik Bhaskar

अक्षर, शार्दूल और सुंदर को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए टीम इंडिया के फाइनल-15 में जगह नहीं मिली।

भारत को 18 जन से न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है। टीम इंडिया ने मंगलवार को टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए फाइनल-15 की घोषणा की। इसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टीम को जीत दिलाने वाले 3 खिलाड़ी मिसिंग हैं- अक्षर पटेल, शार्दूल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर। वहीं, मोहम्मद सिराज और हनुमा विहारी के भी फाइनल-11 में जगह बना पाने पर सस्पेंस है।

भारत के फाइनल तक के सफर में 2 टेस्ट सीरीज बेहद अहम रही। इसमें ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराना और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में जीत हासिल करना शामिल है। इन दोनों सीरीज में भारत के लिए सिराज, अक्षर, शार्दूल और सुंदर जैसे कई नए हीरो उभर कर सामने आए। उन्होंने अपने परफॉर्मेंस से विपक्षी टीम को हारने पर मजबूर कर दिया था।

1. अक्षर पटेल

अहमदाबाद में डे-नाइट टेस्ट के दौरान अक्षर पटेल।

अहमदाबाद में डे-नाइट टेस्ट के दौरान अक्षर पटेल।

कैसे आए स्क्वॉड में?
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम का हिस्सा बने, क्योंकि रविंद्र जडेजा चोटिल थे।

कैसे आए टीम में?
पहले टेस्ट में चोट की वजह से अक्षर नहीं खेल पाए थे। दूसरे टेस्ट में चेन्नई में उन्हें टीम में शामिल किया गया।

योगदान
अक्षर ने टेस्ट क्रिकेट में धमाकेदार एंट्री की। उन्हें जडेजा के लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा है। पहले टेस्ट में टीम इंडिया की हार के बाद वे टीम में आए और अलग जोश भर दिया। अक्षर ने 3 टेस्ट में 27 विकेट लिए और डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उनकी बदौलत भारत ने 3-1 से सीरीज अपने नाम की।

WTC फाइनल में खेलने का चांस?
उन्हें 26 सदस्यीय टीम में तो शामिल किया गया, पर अंतिम-15 से बाहर कर दिया गया। फाइनल में खेलना तभी संभव है, अगर जडेजा और अश्विन में से कोई एक अनफिट रहता है।

2. वॉशिंगटन सुंदर

ब्रिस्बेन टेस्ट में गेंदबाजी के दौरान सुंदर।

ब्रिस्बेन टेस्ट में गेंदबाजी के दौरान सुंदर।

कैसे आए स्क्वॉड में?
कोविड-19 की वजह से सिर्फ बड़े स्क्वॉड के पार्ट के रूप में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चुने गए।

कैसे आए टीम में?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के बाद अश्विन इंजर्ड हो गए थे। कुलदीप को शामिल करने से भारत की बॉलिंग मजबूत होती, लेकिन लोअर ऑर्डर में बैट्समैन की कमी हो जाती। ऐसे में बैलेंस बनाए रखने के लिए सुंदर टीम में आए। सुंदर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में आखिरी टेस्ट में टीम में शामिल किया गया।

योगदान
सुंदर ने अब तक 4 टेस्ट खेले हैं। इन सभी में उन्होंने बल्ले से अच्छा योगदान दिया है। 6 पारियों में उनके नाम 3 हाफ सेंचुरी हैं। इसमें से 2 मौके पर उन्होंने अपनी पारी से मैच बचाया है। ब्रिस्बेन में डेब्यू पारी में 62 रन और अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ 96 रन ने मैच बचाए। 4 टेस्ट में सुंदर ने 66.25 की औसत से रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उनके नाम 6 विकेट हैं। इसमें स्टीव स्मिथ और जो रूट जैसे खिलाड़ियों का विकेट शामिल है।

WTC फाइनल में खेलने का चांस?
अब तो न के बराबर चांस है। ऐसा इसलिए क्योंकि सुंदर का नंबर अश्विन, जडेजा और अक्षर के बाद आता है। 2 से 3 खिलाड़ियों के इंजर्ड होने पर ही उन्हें टीम में मौका मिलेगा।

फाइनल के लिए अश्विन-जडेजा क्यों है ऑटोमेटिक चॉइस?

  • अश्विन बाएं हाथे के बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार बॉलिंग करते हैं। न्यूजीलैंड के स्क्वॉड में 3 लेफ्ट हेंडर्स हैं।
  • अश्विन और जडेजा अक्षर और सुंदर से बेहतर बैट्समैन हैं।
  • जडेजा सही मायनों में परफेक्ट ऑलराउंडर हैं। बैटिंग और बॉलिंग के अलावा उनकी फील्डिंग भी लाजवाब है।
  • उन पिचों पर जहां ज्यादा टर्न नहीं मिलता, उन पर जडेजा काफी प्रभावशाली हैं। उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सभी फॉर्मेट मिलाकर 85 मैचों में 109 विकेट लिए हैं।
  • अक्षर और सुंदर को अब भी इंग्लैंड में खेलना है।
  • जडेजा ने इंट्रा स्क्वॉड प्रैक्टिस मैच में फिफ्टी लगाई थी। यह उनके प्लस पॉइंट में शामिल हो गया।

3. शार्दूल ठाकुर

ब्रिस्बेन टेस्ट में गेंदबाजी करते शार्दूल।

ब्रिस्बेन टेस्ट में गेंदबाजी करते शार्दूल।

कैसे आए स्क्वॉड में?
सुंदर की तरह शार्दूल को भी ऑस्ट्रेलिया में नेट बॉलर के तौर पर टेस्ट सीरीज के लिए स्क्वॉड में लिया गया।

कैसे आए टीम में?
ब्रिस्बेन में टीम इंडिया की इंजरी लिस्ट लंबी होने के कारण, शार्दूल को खेलने का मौका मिला।

योगदान
शार्दूल ने ब्रिस्बेन में मिले मौके को सही अंदाज में भुनाते हुए गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में योगदान दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 3 विकेट लिए। इसके बाद सुंदर के साथ मिलकर 123 रन की पार्टनरशिप की। शार्दूल ने इस दौरान 67 रन की पारी खेली। इतना ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में उन्होंने 4 और विकेट लिए।

WTC फाइनल में खेलने का चांस?
सुंदर की तरह इनके भी खेलने का चांस न के बराबर है। इनसे पहले ईशांत, बुमराह, शमी और सिराज को तरजीह दी गई है।

टीम इंडिया का 5 गेंदबाजों के साथ उतरना तय
यह तय है कि टीम इंडिया फाइनल में 5 गेंदबाजों के साथ उतरेगी। इनमें स्पिन का जिम्मा अश्विन और जडेजा के कंधों पर होगा। वहीं, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी की कमान संभालते नजर आएंगे। अगर एक और तेज गेंदबाज को मौका दिया गया, तो सिराज खेल सकते हैं। ऐसे में जडेजा या अश्विन में से किसी एक को बाहर बैठाया जा सकता है। पर इसके चांसेज कम हैं।

वहीं बल्लेबाजों में रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत का खेलना तय है। ऐसे में हनुमा विहारी को भी बाहर बैठना पड़ सकता है। सिराज और हनुमा ऐसे 2 खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया पर अपने दम पर मैच जिताया था।

हनुमा विहारी

ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट के दौरान हनुमा विहारी।

ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट के दौरान हनुमा विहारी।

कैसे आए स्क्वॉड में?
विहारी हमेशा टेस्ट स्क्वॉड का हिस्सा रहे हैं। हालांकि, उन्हें हमेशा विदेशी दौरे पर ही टीम में शामिल किया गया है।

कैसे आए टीम में?
विहारी पहले तीन टेस्ट में टीम इंडिया का हिस्सा रहे। इंजरी के कारण चौथे टेस्ट नहीं खेल पाए।

योगदान
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट से पहले विहारी का बल्ला शांत था। पर सिडनी में जब भारत को एक ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी, जो एक दिन पिच पर टिककर भारत को ड्रॉ की तरफ ले जाए, तब विहारी की एंट्री हुई। उन्होंने अश्विन के साथ मिलकर एक दिन बल्लेबाजी की।

इस दौरान उन्हें हैम्स्ट्रिंग की समस्या से भी जूझना पड़ा। इसके बावजूद वे डटे रहे। वहीं, 2019 में वेस्टइंडीज दौरे पर नॉर्थ साउंड में उनकी 93 रन की पारी और किंग्सटन में 53 नॉटआउट की पारी ने भारत को WTC में आगे बढ़ने में मदद की थी।

WTC फाइनल में खेलने का चांस?
बहुत कम चांस है। अगर टीम इंडिया 5 गेंदबाजों को शामिल कर रही है, तो विहारी नहीं खेल पाएंगे।

मो. सिराज

ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान सिराज अच्छे फॉर्म में दिखे।

ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान सिराज अच्छे फॉर्म में दिखे।

कैसे आए स्क्वॉड में?
ऑस्ट्रेलिया टूर से पहले इशांत शर्मा चोटिल थे। इसी वजह से मोहम्मद सिराज को टीम में लिया गया।

कैसे आए टीम में?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में मोहम्मद शमी चोटिल हो गए थे। इसके बाद सिराज को मेलबर्न में हुए दूसरे टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला।

योगदान
सिराज ने 5 मैचों में 16 विकेट लिए हैं। उन्होंने 2 क्वालिटी साइड ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ अहम मौके पर विकेट लिए। अपने पहले ही टेस्ट में सिराज ने मार्नस लाबुशेन को लेग साइड में फंसाया था। वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में सिराज ने जो रूट और जॉनी बेयरस्टो को आउट किया था।

WTC फाइनल में खेलने का चांस?
मुश्किल। सिराज को तब मौका मिलना पक्का है अगर ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी में से कोई एक चोटिल रहे।

फाइनल के लिए ईशांत-शमी क्यों हैं ऑटोमेटिक चॉइस?

  • ईशांत शर्मा मौजूदा स्क्वॉड में सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 102 टेस्ट खेले हैं।
  • पिछले 2 इंग्लैंड दौरे की बात की जाए, तो ईशांत ने 8 टेस्ट में 32 विकेट झटके थे।
  • शमी ने 2014 और 2018 इंग्लैंड दौरे पर 8 टेस्ट में 21 विकेट लिए हैं।
  • शमी की रिवर्स स्विंग न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिए खतरा बन सकती है।

खबरें और भी हैं…

Stay connected with us on social media platform for instant update click here to join our  Twitter, & Facebook

We are now on Telegram. Click here to join our channel (@TechiUpdate) and stay updated with the latest Technology headlines.

For all the latest Sports News Click Here 

 For the latest news and updates, follow us on Google News

Read original article here

Denial of responsibility! NewsAzi is an automatic aggregator around the global media. All the content are available free on Internet. We have just arranged it in one platform for educational purpose only. In each content, the hyperlink to the primary source is specified. All trademarks belong to their rightful owners, all materials to their authors. If you are the owner of the content and do not want us to publish your materials on our website, please contact us by email – [email protected]. The content will be deleted within 24 hours.