Best News Network

कभी कुश्ती छोड़ने की सोच रही थीं साक्षी: कोच और परिवार ने किया मोटिवेट, कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार जीता सोना

रोहतक4 घंटे पहले

कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार गोल्ड मेडल जीतने वाली हरियाणा के रोहतक की पहलवान साक्षी कभी कुश्ती छोड़ने की सोच रही थीं। इसके पीछे का कारण अच्छा प्रदर्शन न होना था, लेकिन कोच और परिवार ने उनकी इस सोच को हावी होने नहीं दिया। उन्होंने साक्षी को ​​​​​​मोटिवेट किया, जिसका रिजल्ट शुक्रवार को इंग्लैंड के बर्मिंघम में दिखा।

साक्षी मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम में अपने करियर का पहला गोल्ड मेडल जीता। इससे पहले कॉमनवेल्थ गेम, एशियन गेम और ओलिंपिक में केवल कांस्य और रजत पदक ही जीत पाई थीं। इस बार कॉमनवेल्थ गेम में उनका गोल्ड मेडल जीतने का सपना पूरा हुआ। अब अगला लक्ष्य एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतना है।

कुश्ती छोड़ने तक की बन गई थी स्थिति

साक्षी मलिक ने कहा कि जब उन्होंने कैंप जॉइन किया तो उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं चल रहा था। जिसके कारण उनकी कुश्ती छोड़ने तक की सोच बन गई थी, क्योंकि लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं हो रहा था। इसके बाद कोच व परिवार ने उन्हें मोटिवेट किया और वह लगातार अभ्यास करती रहीं। इसका परिणाम यह हुआ कि पहले ट्रायल में अच्छा प्रदर्शन किया और फिर गोल्ड मेडल जीत लिया।

पति ने कहा था- भागवान को भी यही कहूंगा कि साक्षी ही कॉमनवेल्थ गेम में जाए

साक्षी मलिक ने कहा कि उनके पति सत्यव्रत कादियान का भी पूरा साथ रहा है। हमेशा ही मोटिवेट करते रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में चयन से पहले कादियान ने कहा था कि अगर भगवान यह पूछेगा कि कौन एक कॉमनवेल्थ में जाएगा तो मैं तुम्हारा नाम लूंगा। वही हुआ और अपने वेट में एक नंबर होते हुए भी सत्यव्रत कादियान नहीं जा पाए।

राष्ट्रीय गान बजते ही हुईं भावुक

उन्होंने कहा कि उनका यह पहला गोल्ड मेडल है। सपना था कि वह गोल्ड मेडल जीते और वह अब पूरा हो गया है। इससे पहले लग रहा था कि क्या पता उनके लिए राष्ट्रीय गान बज पाएगा या नहीं या फिर कुश्ती ही छोड़ देंगी। जब शुक्रवार को गोल्ड मेडल मिलने पर राष्ट्रीय गान बजा और वह भावुक हो गईं।

दूसरे राउंड में जीत हासिल की

साक्षी ने कहा कि वे पहले राउंड में 4-0 से पीछे थीं, लेकिन उन्हें खुद पर विश्वास था कि वे वापसी करेंगी। पहले भी कई मुकाबले अंतिम कुछ मिनट में जीते हैं। अंतिम तीन मिनट में अटैक करने की सोच के साथ खेल जारी रखा। गेम में भी वही हुआ और अंतिम तीन मिनट में जाते ही अटैक किया और जीत हासिल की।

ये भी पढ़ें-

स्कूल से बचने के लिए अखाड़े गए थे बजरंग:पूनिया बोले- हरियाणा के गांवों में हर घर में लटके मिलेंगे लंगोट, इनाम ने बनाया पहलवान

कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणवी दम:बजरंग, साक्षी, दीपक और सुधीर लाए गोल्ड; 1 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज भी झोली में, CM ने दी बधाई

ओलिंपिक की कसर कॉमनवेल्थ में पूरी की:दीपक पूनिया बोले- टोक्यो में मेडल न जीतने पर मायूस थे, देश को समर्पित किया पदक

अमित पंघाल का सेमीफाइनल मैच आज:10 साल की उम्र में बड़े भाई के साथ बॉक्सिंग की थी शुरू, नंबर वन बॉक्सर बने

खबरें और भी हैं…

Stay connected with us on social media platform for instant update click here to join our  Twitter, & Facebook

We are now on Telegram. Click here to join our channel (@TechiUpdate) and stay updated with the latest Technology headlines.

For all the latest Sports News Click Here 

 For the latest news and updates, follow us on Google News

Read original article here

Denial of responsibility! NewsAzi is an automatic aggregator around the global media. All the content are available free on Internet. We have just arranged it in one platform for educational purpose only. In each content, the hyperlink to the primary source is specified. All trademarks belong to their rightful owners, all materials to their authors. If you are the owner of the content and do not want us to publish your materials on our website, please contact us by email – [email protected]. The content will be deleted within 24 hours.